गोरखपुर, बजट में एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) के लिए 250 करोड़ रुपये मिलने से टेराकोटा हस्तशिल्प के कद्रदान और बढ़ेंगे। टेराकोटा को गोरखपुर से ओडीओपी में शामिल किया गया है।
इलेक्ट्रिानिक चाक है उपलब्ध
प्रदेश सरकार पहले से ही टेराकोटा हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। हस्तशिल्पियों को बाजार उपलब्ध कराने के साथ ही कला में निखार ले आने के लिए इलेक्ट्रॉनिक चाक और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया जा चुका है। हस्तशिल्पियों को ऋण भी दिया जाता है।
औरंगाबाद से निकला टेराकोटा हस्तशिल्प
गोरखपुर के भटहट ब्लॉक के औरंगाबाद से निकला टेराकोटा हस्तशिल्प आज विदेश में भी गोरखपुर की पहचान बना रहा है। औरंगाबाद के कई हस्तशिल्पियों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
टेराकोटा हस्तशिल्पी खुश
औरंगाबाद निवासी लक्ष्मी प्रजापति, राजू प्रजापति, गुलाब प्रजापति, राकेश प्रजापति आदि ने बजट में ओडीओपी के लिए रुपयों की व्यवस्था होने की जानकारी पर खुशी जताई। कहा कि टेराकोटा हस्तशिल्प को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वजह से आज पूरी दुनिया में पहचान मिल चुकी है। हस्तशिल्पियों के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं ले आ रही है। यह अ'छा है। इससे टेराकोटा शिल्प को और विस्तार मिलेगा।